गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

🍁Lockdawn ki kahani meri zubani🍁

🍁लॉकडाउन की कहानी मेरी ज़ुबानी 🍁                                                                                
लॉकडाउन आज एक ऐसा इतिहास बन चुका है | जो लोगो पर अपनी एक बहुत गहरी छाप छोड़ चुका है | हम मानते हैं की लॉकडाउन बहुत परेशानियों से भरा हुआ था | वो समय हम सभी पर बहुत ही कठिन था | लेकिन इसमें भी कई ऐसी बातें हैं जो हमें सीखने और समझने को मिली | जो हम समझ ही नहीं रहे थे | उम्मीद है की हम इन पॉजिटिव बदलाव को हमेशा अपने जीवन मैं याद रखेंगे | क्योंकि  हर नया दिन एक नयी उम्मीद लेकर आता है  | और कहता है की ये समय जल्द ही गुजर जायेगा | 

 🍁आईये जानते हैं कैसे🍁

1. बदलाव 
  🍁सूरज बदलाव का नया सवेरा और नया भरोसा लेकर आता है | हमें कभी भी जीने की आस नहीं छोड़नी चाहिए | जैसे सूरज दिन भर जलकर अपने काम को पूरा करता है वैसे ही हमें भी हिम्मत से आगे बढ़ना चाहिए |
2. स्वच्छता 
 🍁जो काम कोई अभियान नहीं कर पाया | वो काम लॉकडाउन ने कर दिखाया | गंगा-यमुना समेत देश की काफी नदियां साफ़ हुई और शहरों की सड़को पर भी साफ़ सफाई दिखाई देने लगी | 
3. सुन्दरता
 🍁वायु-प्रदूषण मैं कमी होने के कारण अब हवा पानी साफ़ होने लगे हैं | और हम सभी साफ़ और ताज़ा हवा मैं सांस लेने लगे हैं | जंगलो की हरियाली एक बार फिर से लौट रही है| | हमारी प्रक्रति एक बार फिर से लहलहा उठी है |  
4.आज़ादी  
 🍁जानवर अब खुली सड़को पर दिखने लगे थे | पक्षियों का चहकना सुनाई देने लगा था | देश मैं विदेशी प्रजाति के पक्षियों का आना जाना शुरू हुआ था |


  
5. शान्ति 
 🍁 सड़को पर गाड़ियों के हॉर्न का भी कोई शोर नहीं रहा था | और लोग तो दूर दूर तक नहीं दिखाई दे रहे थे | सड़को और गलियों का माहौल एक दम शांत हो गया था |हर तरफ सन्नाटा सा छ गया था | 
6. समय 
 🍁हर वक़्त अपने ही कामों मैं वयस्त रहने वाले लोगो ने  लॉकडाउन मैं अपना हर एक पल अपने परिवार वालो के साथ बिताया | और रिश्तेदारों को समझा और अपना बनाया और जिसको जो काम नहीं आता था उसने लॉकडाउन के समय को समझते हुए अपनी कमियों को ख़तम किया | 
 7. विश्वास 
 🍁कोई भी दुःख हो कोई भी परेशानी हो उसे सिर्फ मिलकर ही और सावधानी बरतने से ही जीता जा सकता है | ऐसा हम सब ने विश्वास बनाया कि अगर हम सभी घर पर रहेंगे तभी सुरक्षित रहेंगे और समय आने पर सब ठीक हो जायेगा  | ये खुद मैं विश्वास बनाया और सभी लोगो को समझाया | 
  8.सचेत 
 🍁बिमारी से खुद को और परिवार को बचाने के लिए हर पल सचेत होने लगे | अब पहले से ज्यादा हर छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने लगे हैं | घर और आस-पास की सफाई पर ध्यान देने लगे हैं | यूँ तो हम इतना ध्यान पहले भी रख सकते थे | लेकिन लॉकडाउन ने और इस कोरोना वायरस नामक बीमारी ने  हमें बताया और सावधान किया की हर पल साफ़-सफाई रखना कितना जरुरी है | इसलिए अपनी आस पास की जगह को पहले से ज्यादा साफ़ और सुन्दर बनाया | जिसका परिणाम हम आज देख रहे हैं जिससे कोरोना वायरस नामक बिमारी आज ज्यादा नहीं बल्कि थोड़ा पीछा जा चुकी  है | 
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  9. मदद 

🍁वैसे तो हम सब दान-पुन्य करते ही रहते थे लेकिन लॉकडाउन ने हमें ये भी बताया की जब किसी पर बुरा समय आता है तो वो अपना बुरा समय कैसे काटता है | लॉकडाउन मैं गरीबी का प्रभाव उन लोगों पर भी पड़ा होगा जो लोग अपनी जिंदगी थोड़ा अच्छे से काट रहे थे और उन्हे ये समझ आया की हम लोग एक दूसरे के योगदान से ही आगे बढ़ सकते हैं | इसलिए जितना हो सके सब एक दूसरे की मदद करें और जरुरत मंदो तक खाना और सामान पहुंचाया जाए |    
 
 10. आभार 
 🍁घर परिवार से दूर रह कर ये सभी डॉक्टर केवल जन सेवा मैं लगे रहते हैं | इसलिए इनके होसलो को हमारा सलाम है | इनका जितना भी आभार व्यक्त कर सकते हैं उतना ही कम है क्योंकि डॉक्टर्स ने लॉकडाउन मैं अपने परिवार को न देखते हुए उन मरीजों को देखने मैं अपना दिन-रात एक कर दिया | जिनकी हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं |   
   
🍁दिल से सही सोच का नया नज़रिया🍁 


🍁Lockdawn ki kahani meri zubani🍁

🍁 लॉकडाउन की कहानी मेरी ज़ुबानी   🍁                                                                                  लॉ कडाउन आज एक ऐसा इति...